पानी के लिए लोगों को इन्द्रदेव को रिझाते तो आपने देखा-सुना होगा, लेकिन बिहार के भागलपुर जनपद के ९४ गांवों की करीब 40 हजार की आबादी की प्यास इंद्र नहीं, बल्कि सूर्य देव बुझाते हैं। ये ऐसे गांव हैं जहां अभी भी लोग लालटेन युग में जी रहे हैं। विद्युत के अभाव में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने इन गांवों में पेयजल आपूर्ति के लिए सौर उर्जा संचालित संयत्र के माध्यम से एक सार्थक प्रयास किया है। इससे भीषण गर्मी में भी ग्रामीणों को पानी की परेशानी नहीं होती है। विदित है कि गर्मी में सौर उर्जा संयत्र अधिक कारगर रहता है।
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के पूर्वी व पश्चिमी प्रमंडल में 47-47 गांवों में सौर उर्जा संयत्र लगाए गए हैं। सभी संयत्र पिछले करीब एक वर्ष से सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। बताते हैं कि पहले गर्मी के मौसम में उक्त गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मच जाता था, लेकिन अब पानी की कोई कमी नहीं होती है।
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के पूर्वी व पश्चिमी प्रमंडल में 47-47 गांवों में सौर उर्जा संयत्र लगाए गए हैं। सभी संयत्र पिछले करीब एक वर्ष से सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। बताते हैं कि पहले गर्मी के मौसम में उक्त गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मच जाता था, लेकिन अब पानी की कोई कमी नहीं होती है।