अब शहर की बहुमंजिली इमारतें सौर उर्जा की रोशनी से जगमगाएंगी। हावड़ा निगम निगम ने इस व्यवस्था को जरूरी कर दिया है। इसकी अनदेखी करने वालों को मकान बनाने की अनुमति नहीं मिलेगी। वर्तमान वर्ष से प्रत्येक नई बहुमंजिली इमारतों में सौर उर्जा की व्यवस्था को आवश्यक कर दिया गया है। ऐसा नहीं होने पर नए बहुमंजिले मकानों के लिए प्लान पास नहीं किया जाएगा। गहराते बिजली संकट को देखते हुए नगर निगम ने वैकल्पिक उर्जा के तहत बिजली उत्पन्न करने पर जोर दिया है। गौर हो कि हावड़ा निगम मुख्यालय में पहले से ही सामान्य बिजली के साथ सौर उर्जा की व्यवस्था भी की गई है। इसका और विस्तार किया जाऐगा। शरत सदन भी शीघ्र सौर उर्जा से रोशन होगा। सीईएससी पर बढ़ते बोझ को देखते हुए वैकल्पिक उर्जा का उपयोग भी जरूरी कर दिया गया है। इस उपाय को लागू करने में किसी तरह की लापरवाही नहीं हो, इसके लिए निगम ने कड़ा रूख अपनाया है। वैकल्पिक उर्जा का उपयोग सिर्फ बिजली संकट से निपटने के लिए ही नहीं है बल्कि पर्यावरण प्रदूषण रोकने के लिए भी है। निगम ने इस उद्देश्य पर आगे बढ़ते हुए वर्ष 2012 से हर नई इमारतों में सौर उर्जा की परियोजना को लगाना जरूरी कर दिया है। इस व्यवस्था को लागू नहीं करने वाले मकान मालिकों को नई बिल्डिंग बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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