The Delhi government is soon going to launch rooftop solar policy for setting up solar power units on rooftops of households in the capital. The policy is aimed at encouraging people to switch to the renewable energy source.
According to the policy, house owners can either lease out their roof to a developer, who will then set up the unit, or they can pay 30 per cent of the cost of installation. The remaining 70 per cent will be financed through banks. Besides, the owners of buildings will get incentives and it will be connected to the main grid.
House owners will get to earn Rs 17 per unit of power produced through the solar panels, which will be directly fed into a grid. They can sell the power for 25 years.
सौर ऊर्जा से रोशन होगी दिल्ली
ReplyDeleteदेश में जहां बिजली की बढ़ती मांग चिंता का कारण बना हुई है, वहीं बिजली के उत्पादन के प्राकृतिक संसाधनों के निरंतर क्षरण के कारण पर्यावरण असंतुलन का खतरा बन गया है। ऐसे में वैकल्पिक संसाधन के रूप में सौर ऊर्जा को मील का पत्थर माना जा रहा है। पिछले कुछ वर्षो में राजधानी दिल्ली में सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ा है। आने वाले वर्षो में सौर ऊर्जा से दिल्ली को काफी उम्मीदें हैं। भविष्य में दिल्ली वालों को अपने घरों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की अनुमति मिल सकती है। इससे आम लोग न केवल बिजली वितरण कंपनियों को बिजली बेच कर कमाई कर सकते हैं, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा बना कर पर्यावरण को बचाने में भी अहम भूमिका निभा सकेंगे।
दिल्ली सरकार तथा नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की साझेदारी में छत सौर ऊर्जा नीति के तहत यह योजना शुरू होगी। प्रस्तावित नीति के तहत, अपने संबंधित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति कंपनी के साथ बिजली खरीद समझौते या पॉवर परचेज एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने से स्थानीय निवासियों को अपने घरों की छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की अनुमति मिलेगी। छतों पर बिजली पैदा करने के लिए सोलर फोटो वॉल्टिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा, जिसे आसानी से लगाया जा सकता है। 200 वर्ग मीटर की छत पर इस तरह के एक संयंत्र स्थापित करने की लागत लगभग 8 लाख से 9 लाख रुपये के बीच होगी।