Saturday, 24 September 2011

सौर उर्जा के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोयले की कीमत में वृद्धि की प्रवृत्ति के बीच सौर उर्जा का रास्ता अपनाने से देश में किए जाने कोयले के आयात में 30 प्रतिशत से अधिक की कटौती हो सकती है।
 एक सर्वे में कहा है कि फिलहाल, भारत की कुल उर्जा जरूरतों में से 30 प्रतिशत तेल, कोयला तथा एलएनजी जैसे आयातित स्रोत के जरिए पूरा किया जाता है। अगर इसका हल नहीं निकाला गया तो अगले 20 साल में यह 59 प्रतिशत तक जा सकता है।
भारत का उर्जा भविष्य तथा कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिहाज से अगले 20 साल में सौर बिजली की अहम भूमिका होगी। एक  सर्वेक्षण  के अनुसार सौर उर्जा के उपयोग से 2021-22 तक देश की कुल कोयला जरूरत में 30 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है। इससे कोयले के आयात पर कुल खर्च में से सालाना 5.5 अरब डॉलर की बचत होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक सौर उर्जा 2021-22 तक कुल उर्जा जरूरत का 5 से 7 प्रतिशत पूरा कर सकता है तथा कार्बन उत्सर्जन के कटौती लक्ष्य में 10 प्रतिशत से अधिक का योगदान दे सकता है।

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