Thursday, 7 April 2011

यूपी में ऊर्जा के हालात बेहद चिंताजनक , वैकल्पिक उर्जा एक मात्र विकल्प

उत्तर प्रदेश में ऊर्जा के हालात बेहद चिंताजनक हैं। यहां तो ग्रामीण इलाकों की पूरी तरह उपेक्षा की जा रही है। राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है लेकिन इस योजना का मूल सिद्धांत दोषपूर्ण है। फिर लाभ की कामना कैसे की जा सकती है।
एक गैर सरकारी संस्था ने अपने  सर्वेक्षण के उपरांत कहा है की संपूर्ण उत्तर प्रदेश में  राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना शुरू हो इसके पहले सोशल आडिट की जानी चाहिए । इस क्रम में सामाजिक संस्थाओं ने जन जागरण के माध्यम से लोगो को जागरूक करने की पहल की है ,  ग्रीनपीस और पीपुल्स विजिलेंस कमेटी आन हृयूमन राइट्स जैसी  सामाजिक संस्थाओं ने सात से 25 अप्रैल तक आजमगढ़ जनपद में सोशल आडिट का निश्चय किया है। जो सरकारी आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक आजमगढ़ में विद्युतीकरण का 93.3 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है, जबकि हकीकत यह है कि गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को महज 48 फीसदी ही सुविधा मिल पाई है। इस जन जागरण अभियान के माध्यम से लोगों को सौर उर्जा उपकरणों के प्रयोग के लाभ बताये जायेंगे .

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